कविता का स्वप्न और स्वप्न में कविता

दो औंस लंदन ड्राई जिन, एक औंस फ़्रेंच वर्माउथ, आधा चम्मच बेनेडिक्टिन, दो डैश ऑरेंज बिटर्स और एक सुंदर गिलास हो। इस गिलास को पहले से बहुत ठंडा कर लिया जाए और सब सामग्रियों को डालते ही तुरंत इसमें बर्फ़ के चूरे डाल दें और अब इसे अच्छे से मिला लें। अब इसे नींबू के छिलकों से कुछ सजा दें। यही पोएट्स ड्रीम है। यह बात कितनी कवितामय है कि दुनिया के एक कॉकटेल का नाम ‘कवि का स्वप्न’ है!

लेकिन कवि के ज़ेहन में सवाल उठ सकता है कि किस कवि का स्वप्न? वेल, इट डिपेंड्स! इतनी धाराएँ हैं, कविता के इतने आंदोलन हुए। रोमांस ही है तो सक्रिय-निष्क्रिय के दोनों रास्तों पर कैसा आवारा निकल रहा है। फिर यह भी कि प्रत्येक कवि-चेतना स्वयं में एक स्वतंत्र इकाई है। यह भी कि पोएट्स ड्रीम क्रिएट करने के कितने पृथक संस्करण भी तो हैं। क्या पता विस्वावा शिम्बोर्स्का ने या दुन्या ने मिश्रण को कुछ अलग तैयार कर दिया हो और इसे अधिक फ़ेमिनिन ही न कर दिया हो, अपने ख़ुद के रंग-गंध-स्वाद का पोएटेस ड्रीम तैयार करना ज़रूरी समझा हो। मैंने निजता से बचते एक सरल समाधान यह चुना कि जिस कवि के साथ उस कवि का स्वप्न। सोमवार की रात मुक्तिबोध का स्वप्न, बुधवार की दुपहर राजकमल चौधरी का स्वप्न। …और फिर किसी अनिवार्यता की तरह कविता में अपनी सामर्थ्य, अपनी मिट्टी, अपनी प्रतिबद्धता भी तो रखनी है तो एक कवि का स्वप्न ऐसा कि सस्ती वोदका में नींबू का रस निचोड़ लिया है, एक दूसरे ने एक कोई फ़िल्म देखी है जिसमें एक संस्कृति कि बियर सपाट अकेली न पी जाए, दो बूँद रम ज़रूर छलकाई जाए। कॉकटेल के नागार्जुन स्वप्न के लिए क्या कटहल की शराब बनाई जा सकती है?

जॉन डन का सुंदर सपना टूटेगा तो प्रेयसी स्वप्न से निकल यथार्थ-स्वप्न में प्रवेश करेगी—सपना देखने से सपना सजाने और फिर सपना जीने की तीन यात्राओं से गुज़रता कवि। विलियम ब्लैक के स्वप्न में तीन कीड़े हैं—एक चींटी, एक भ्रमर और एक जुगनू। चींटी के बच्चे अँधेरे में गुम हो गए हैं और जुगनू रोशनी दे रहा कि वह उन्हें ढूँढ़ सके। एलेन पो के ‘स्वप्न के भीतर स्वप्न’ में चीज़ों के नष्टप्राय और क्षणभंगुर होने की चिंता में कवि पूछ पड़ा है कि हे दैव! जो हम देखते हैं या देख चुके हैं, वह मात्र स्वप्न के भीतर का स्वप्न है? वाल्ट ह्विटमैन के स्वप्न के भीतर स्वप्न में एक शहर के बचे रहने का स्वप्न है जो यारबाशों का शहर है। अच्छा है कि एमिली डिकिन्सन स्वप्न में है, जगी होती तो आहत होती; लेकिन चूँकि सो रही है तो उसे मार दिया जाना ज़्यादा आसान है। येट्स देवता होता तो तुम्हें आकाश का कंबल देता, लेकिन यह महज़ कविता की रूमानियत है और वह ग़रीब है तो वह तुम्हें अपने स्वप्न सौंप सकता है जो उसके पास एकमात्र बहुमूल्य चीज़ है। नेरूदा की बिल्ली हमारे सारे सपनों का ख़याल रख लेगी। एक पगडंडी ने स्वप्न में पाया जामुनी फूल, उसे उससे गुज़रती बकरिहारन लड़की को सौंप दिया, लड़की ने स्वप्न में ही सौंप दी उसे अपनी पायल की रुनझुन। एक लड़की मर गई थी—लड़के के स्वप्न के पहले तो स्वप्न में लड़की की स्मृति में लड़का नहीं था।

कॉलरिज ने दावा किया था कि उनकी सब कविताएँ अधूरी हैं और सब कविताएँ स्वप्न में देखी गईं। कॉलरिज अफ़ीम के असर में होते थे जो वह दवा की तरह लेते रहे थे। संभव है कि यह सब कवियों का अनुभव हो कि उनके स्वप्न में कविताओं की पंक्तियाँ लतरती हों। कई बार तो किसी कवि के ज़ेहन में किसी दूसरे कवि की कोई पंक्ति उग आती है और वह उसे अपना मान दर्ज कर देता है। मैं एक रोज़ सोकर उठा तो मुझे याद रहा कि मैं स्वप्न में कोई कहानी घटित होते देख रहा था। एक पहाड़ है, जहाँ एक चरवाहा अपनी खो गई बकरियाँ ढूँढ़ रहा है। एक और आदमी है जो अपने गुम गए बेटे को ढूँढ़ रहा है। मैं वहीं एक पत्थर पर बैठा था, उनके लिए गुम था। उनका ध्यान पाने के लिए मैं सोचता हूँ कि उसकी बकरियाँ और उसका बेटा ढूँढ़ दूँ। मैं जिस पत्थर पर बैठा हूँ, उसके नीचे झाँककर देखता हूँ, लेकिन वहाँ तो सिर्फ़ कुछ फूल पड़े थे…

मैंने पाया कि मेरा यह स्वप्न वस्तुतः येहूदा आमिखाई की एक कविता में घटित हो रहा था। यही कथानक कि गड़रिया बकरी ढूँढ़ रहा है और येहूदा अपने गुम गए पुत्र को ढूँढ़ रहे हैं। येहूदा ने उस कविता के अंत में कुछ ऐसा कहा है कि गुम गए आत्मीयों को ढूँढ़ते ऐसे लोग एक नए धर्म का सृजन कर लेते हैं। धर्म इजराइल-फ़लस्तीन विमर्श का अनिवार्य टेक है। मुझे कुछ वर्षों से यह कविता बेहद पसंद रही है। मेरे स्वप्न में यही कविता उभर आई। मुझे लगा कि पत्थर के नीचे दिखे फूल वस्तुतः उस कविता से आए जो मैंने लिखी थी, जहाँ कश्मीर पर अपने रोमानी रुदन में मैंने कहा था कि क़ब्र में पाँव लटकाए हुए एक दरख़्त जब एक और मृत बच्चे के शव को फूल सौंप जाएगा, तब शांति आएगी।

यह ऐसा था कि चरवाहे और येहूदा द्वारा बना लिए गए नए धर्म का तीसरा अनुयायी मैं था जो गुम गई चीज़ों को ढूँढ़ने में शामिल हूँ।