ख़ुशियों के गुप्तचर की दुनिया

इस संग्रह का काव्य-पुरुष यह मानता है कि कवि ईश्वर की कमियों और असमर्थताओं को पूरी करता है। वह कहता है कि ‘जिन सुंदरताओं को रचने में ईश्वर असमर्थ होता है उन्हें कवियों के भरोसे छोड़ देता है’। यह दृश्य या भौतिक दुनिया के बरअक्स, मनुष्य की विशिष्ट फ़ितरत, कल्पना की स्थापना है।

मुझे ‘एक सही ख़याल’ चाहिए

गीत चतुर्वेदी (जन्म : 1977) हिंदी के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले समकालीन लेखकों में से एक हैं। कविताओं की तीन किताबों सहित उनकी दस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हैं। उनकी कविता-पंक्तियों ने मौजूदा कविता-समय में संप्रेषण, प्रस्तुति और प्रसार के नए मानक रचे हैं। गीत के प्रसंग में यह सब कुछ इसलिए भी सुंदर और उल्लेखनीय लगता है, क्योंकि वह ख़ूब पढ़े-लिखे और नई दुनिया की समझ रखने वाले व्यक्तित्व हैं।

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