क्या पता बच ही जाऊँ
वह अपने साथियों के साथ भागता फिर रहा था। उसे शक था कि पुलिस देखते ही इन सबका एनकाउंटर कर देगी। उसने सोशल मीडिया पर अपने कई वीडियो अपलोड किए थे और लोगों से समर्थन की गुज़ारिश की थी। बदले में उसका सोशल मीडिया एकाउंट फ़ेक मानते हुए बंद कर दिया गया था। वह चाहता था कि मैं अपने चैनल में किसी तरह से इस बात की संभावना बनाऊँ कि उसके फ़ेवर में एक पॉज़िटिव ख़बर चलाई जा सके।