क्या हम समय, स्थान और लोगों को पहचान रहे हैं

इस अस्पताल में आने वाले मरीज़ों की सामाजिक-आर्थिक प्रोफ़ाइल का डेटाबेस बनाया जाए तो पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार के एक बड़े हिस्से के बारे में चौंकाने वाले खुलासे होंगे।

हिंदी में दाख़िला

नौकरी और पढ़ाई दोनों एक साथ करना आसान नहीं होता। आपको बहुत बार जिस जगह होना चाहिए, आप वहाँ नहीं हो पाते… और यह कोई नई बात तो नहीं है, ऐसा अक्सर बहुतों के साथ और बहुत बार होता है।

मैंने हिंदी को क्यों चुना

मैं अब सबके साथ होते हुए भी अकेला महसूस करती थी। ऐसा नहीं है कि मेरे पास दोस्तों की कमी थी, लेकिन मैं उन सबके बीच में होते हुए भी उन लोगों को अपने दिल की बात नहीं बता पा रही थी।

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