किट्टू की कहानी
मुझे लगा था कि मुझे बग़ावत करनी होगी, जिसके लिए मैंने ख़ुद को तैयार भी कर लिया था। मैंने अपने दिमाग़ में कई आगामी बहसें जीत ली थीं। पर यह सब कुछ बस हो गया। क्या तुम्हारे साथ ऐसा हुआ है? जब तुम सोचो कि तुम्हें झुकना ही नहीं है, पर अचानक कोई लड़ाई ही न लड़नी पड़े।